कभी ऐसा हुआ है कि आपने अपने बैंक या सोशल मीडिया में लॉगिन करना चाहा और पासवर्ड गलत बता रहा था? या फिर आपके अकाउंट से किसी और ने पैसे निकाल लिए, पोस्ट कर दी या आपकी जानकारी बदल दी?
Account Takeover Fraud तब होता है जब कोई अजनबी आपके ही अकाउंट पर कब्ज़ा कर ले, और आपकी जगह वो पैसे भेजने-लेने लगे या आपके नाम से लोगों को message भेजने लगे।
आजकल online दुनिया में हमारी ज़िंदगी का हर हिस्सा किसी न किसी अकाउंट से जुड़ा है , चाहे वो bank account, UPI app, email ID या social media क्यों न हो।
इसलिए Account Takeover Fraud (ATO Fraud) के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
हम इस ब्लॉग में जानेंगे की ये फ्रॉड होता क्या है, कैसे होता है, और इससे कैसे बचा जा सकता है।
Account Takeover Fraud in Hindi
जब कोई साइबर अपराधी किसी व्यक्ति का बैंक, ईमेल, सोशल मीडिया या शॉपिंग वेबसाइट का अकाउंट हैक करके अपने कब्जे में ले लेता है, तो इसे Account Takeover Fraud कहा जाता है।
यानि आपकी पहचान और अकाउंट पर किसी और का कंट्रोल हो जाता है।
पिछले कुछ सालों में ऐसे मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है , खासकर UPI, bank, और social media accounts में।
ज्यादातर लोग इसे सिर्फ “hack हो गया” कहकर टाल देते हैं, लेकिन असल में ये एक planned cyber-crime होता है जिसमें आपकी identity और पैसा , दोनों खतरे में होते हैं।
Account Takeover Fraud कैसे होता है?
अब सवाल ये आता है कि आखिर कोई कैसे किसी और का अकाउंट अपने कंट्रोल में ले लेता है?
आइए आसान भाषा में समझते हैं कि ये पूरा खेल कैसे चलता है :
- Phishing Messages या Fake Links: फ्रॉड करने वाले सबसे पहले आपको fake link या email भेजते हैं जो बिल्कुल असली जैसा दिखता है , जैसे बैंक या किसी पेमेंट ऐप का। आप जैसे ही उस लिंक पर क्लिक करते हैं और अपनी ID, password या OTP डालते हैं , आपकी जानकारी सीधे उनके पास चली जाती है।
- Public Wi-Fi का Trap: कई बार लोग कैफे या एयरपोर्ट के free Wi-Fi से अकाउंट लॉगिन कर लेते हैं। बस यहीं गलती हो जाती है , ऐसे नेटवर्क से आपकी जानकारी चोरी करना बहुत आसान होता है।
- Data Breach या Leaked Passwords: अगर आपने एक ही पासवर्ड कई जगह इस्तेमाल किया है और उनमें से कोई एक वेबसाइट हैक हो गई, तो आपका अकाउंट भी खतरे में पड़ सकता है। हैकर्स ये leaked passwords ऑनलाइन खरीद लेते हैं और अलग-अलग जगह ट्राई करते हैं।
- Malware या Spy Apps: कई बार आप कोई “free offer” या “photo editor” ऐप डाउनलोड करते हैं, जिसमें malware छिपा होता है। ये ऐप आपके फोन का डेटा silently चोरी कर लेते हैं , जिसमें बैंकिंग या सोशल मीडिया लॉगिन भी शामिल होता है।
- SIM Swap Fraud: ये थोड़ा एडवांस तरीका है। ठग आपके मोबाइल नंबर की duplicate SIM बनवा लेते हैं और OTP अपने फोन पर मंगवा लेते हैं। इसके बाद वो आसानी से आपका बैंक या UPI अकाउंट एक्सेस कर लेते हैं।
ऐसे कई तरीके हैं, लेकिन मकसद एक ही होता है , आपका अकाउंट अपने कंट्रोल में लेना ताकि ठग आपके नाम पर पैसे निकाल सके या किसी और को धोखा दे सके।
Account Takeover Fraud कैसे पहचाने?
Account takeover हमेशा अचानक नहीं होता , कई बार इसके छोटे-छोटे संकेत पहले ही मिल जाते हैं। समस्या ये है कि ज्यादातर लोग इन warning signs को नजरअंदाज कर देते हैं।
अगर आप थोड़ी सावधानी रखें, तो समय रहते इस फ्रॉड को पकड़ सकते हैं।
यहाँ कुछ common signs हैं जिनसे आप समझ सकते हैं कि कोई आपका अकाउंट कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा है:
- अचानक Login Alerts आना: अगर आपको किसी अनजान जगह या डिवाइस से “login attempt” या “OTP verification” का message आता है, तो समझ लीजिए कि आपके अकाउंट तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है।
- Unusual Transactions या Activity: आपके बैंक या UPI अकाउंट से अगर बिना आपकी जानकारी पैसे कटने लगे, या सोशल मीडिया पर आपके अकाउंट से अजीब पोस्ट या मैसेज दिखें , ये takeover का साफ संकेत है।
- Password या Recovery Email Change Notification: अगर आपको “password changed” या “security settings updated” जैसा ईमेल मिले, और आपने वो बदलाव खुद नहीं किया , तो तुरंत अलर्ट हो जाइए।
- Access Denied: कई बार ठग पासवर्ड बदलकर आपको अकाउंट से बाहर कर देते हैं। अगर आपका असली पासवर्ड काम नहीं कर रहा, तो तुरंत पासवर्ड reset करने की कोशिश करें।
- Suspicious Emails या Calls: अगर अचानक कोई आपको customer care बनकर call करे और OTP मांगे, तो याद रखिए, असली बैंक या कंपनी कभी भी OTP नहीं मांगती।
इनमें से एक भी संकेत दिखे, तो उसे नजरअंदाज मत कीजिए। जितनी जल्दी आप शक करेंगे, उतनी जल्दी नुकसान रोका जा सकता है।
Account Takeover Fraud की शिकायत कैसे करें?
अगर आपका अकाउंट किसी और के कंट्रोल में चला गया है या आपको शक है कि किसी ने उसमें घुसपैठ की है, तो तुरंत नीचे दिए गए कदम उठाइए :
- पासवर्ड तुरंत बदलें: अगर अब भी आपको access मिल रहा है, तो तुरंत password बदलें। साथ ही recovery email, phone number और security questions भी अपडेट करें।
- Login से जुड़े सारे डिवाइस Logout करें: बैंकिंग या सोशल मीडिया अकाउंट में जाकर “Logout from all devices” का ऑप्शन चुनें। इससे ठग का access तुरंत खत्म हो जाएगा।
- Two-Factor Authentication (2FA) ऑन करें: इससे हर बार login पर verification code की जरूरत पड़ेगी। अगर ठग के पास पासवर्ड है भी, तो वो दोबारा login नहीं कर पाएगा।
- Evidence सुरक्षित रखें: OTP messages, emails, suspicious links या transaction screenshots , कुछ भी delete मत करें।
- Platform या Bank को तुरंत Report करें: अगर बैंक अकाउंट है , तो कस्टमर केयर या ब्रांच में जाकर लिखित शिकायत करें। अगर सोशल मीडिया अकाउंट है , तो “Help Center” में जाकर Report Compromised Account या Account Hacked वाला ऑप्शन चुनें।
- Cyber crime complaint दर्ज करें: भारत सरकार का Cybercrime official website पर शिकायत दर्ज करें। यहाँ आप online fraud, hacking, या financial scam की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
हमारी सहायता लें
अगर आपका अकाउंट हैक हो गया है या आपको किसी online fraud का शक है, तो घबराइए नहीं , सही कदम उठाने से नुकसान रोका जा सकता है।
यहाँ रजिस्टर करें और हम आपको शिकायत दर्ज करने में मदद करेंगे।
निष्कर्ष
आज के समय में Account Takeover Fraud सिर्फ टेक्निकल हैक नहीं, बल्कि एक ऐसा हमला है जो आपकी पहचान, पैसे और भरोसे , तीनों को खतरे में डालता है।
ज्यादातर लोग तब तक सतर्क नहीं होते जब तक नुकसान न हो जाए, लेकिन अगर आप ऊपर बताए गए संकेतों और सुरक्षा उपायों को अपनाएं, तो किसी भी ठग के लिए आपका अकाउंट takeover करना लगभग नामुमकिन हो जाएगा।
याद रखिए , Internet पर सुरक्षा का मतलब डरना नहीं, बल्कि जागरूक होकर स्मार्ट बनना है।





