क्या आपने कभी किसी दोस्त या रिश्तेदार को यह कहते सुना है ,“बस कुछ लोगों को जोड़ो और हर महीने लाखों कमाओ”?
ऐसे ऑफर्स सुनने में तो बेहद आकर्षक लगते हैं, लेकिन इनके पीछे अक्सर एक जाल छिपा होता है; Network Marketing Frauds in India
भारत में हजारों लोग हर साल ऐसी स्कीम्स में फँसकर अपनी मेहनत की कमाई गँवा देते हैं।
इन स्कीम्स में शुरुआत में थोड़े लोगों को मुनाफा दिखाया जाता है ताकि वे और लोगों को जोड़ें, लेकिन असली मुनाफा ऊपर के कुछ लोगों तक ही पहुँचता है।
नीचे वाले लोगों का पैसा डूब जाता है। यही असली चेहरा है MLM scams India का।
Network Marketing क्या है?
नेटवर्क मार्केटिंग या MLM नाम सुनते ही कई लोग सोचते हैं: “बस कुछ लोगों को जोड़ो और अमीर बन जाओ।”
लेकिन क्या आपको पता है कि कई ऐसी कंपनियाँ इस भरोसे का फायदा उठाकर लोगों का पैसा हड़प लेती हैं?
जब कंपनी का असली मकसद सिर्फ नए लोगों को जोड़ना बन जाए, तो वैध मॉडल धीरे-धीरे फ्रॉड में बदल जाता है।
भारत में कई ऐसी स्कीम्स सामने आई हैं, जो पिरामिड की तरह काम करती हैं।
नए निवेशकों का पैसा पुराने निवेशकों को दिया जाता है और जैसे ही नए लोग जुड़ना बंद करते हैं, पूरी स्कीम बंद हो जाती है। परिणामस्वरूप, सबसे नीचे वाले सदस्य सबसे ज्यादा नुकसान उठाते हैं।
तो ये फ्रॉड किस तरह के होते हैं?
भारत में आम तौर पर चार प्रकार देखे गए हैं:
- Ponzi Schemes: निवेश पर असली मुनाफे का लालच देकर पैसा जमा कराया जाता है, लेकिन असली कमाई सिर्फ नए निवेशकों से आती है।
- Fake Product Networks: नकली या बेकार प्रोडक्ट्स बेचकर लोगों को जोड़ा जाता है।
- Survey/App-Based MLM: सर्वे भरने या ऐप डाउनलोड करने के नाम पर नए सदस्य जोड़ते हैं।
- Quick Rich Schemes: “सिर्फ 10 लोगों को जोड़ो और करोड़पति बन जाओ” जैसे झूठे वादे।
ये सभी स्कीम्स आकर्षक दिखती हैं, लेकिन इनके पीछे छुपा जोखिम बहुत बड़ा होता है।
इसलिए किसी भी ऑफर में जल्दी विश्वास करने की बजाय सावधानी और रिसर्च करना बेहद जरूरी है।
Network Marketing Frauds in Hindi
भारत में नेटवर्क मार्केटिंग यानी MLM का नाम सुनते ही कई लोगों के मन में “जल्दी अमीर बनो” जैसी उम्मीद जाग जाती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई ऐसी कंपनियाँ हैं, जो इस उम्मीद का फायदा उठाकर लोगों का पैसा हड़प लेती हैं?
असली नेटवर्क मार्केटिंग में कमाई प्रोडक्ट या सेवा बेचने से होती है, लेकिन फ्रॉड स्कीम में ज्यादातर पैसा नए सदस्यों को जोड़ने से आता है।
यानी जितना नीचे नेटवर्क बढ़ता है, उतना ही नुकसान। आइए जानते हैं कुछ बड़े और चौंकाने वाले मामलों के बारे में।
1. QNet (GoldQuest / QuestNet / QI Limited):
QNet भारत सहित कई देशों में सक्रिय थी और इसे कई नामों से जाना गया।
कंपनी ने बायो‑डिस्क, हर्बल प्रोडक्ट और हॉलीडे पैकेज बेचने का दावा किया, लेकिन कमाई का असली स्रोत नए लोगों को जोड़ना था।
शुरुआती निवेशकों को थोड़ा फायदा दिखाकर और लोग और जोड़ते गए।
मुंबई पुलिस की EOW ने FIR दर्ज की, कई प्रमुख अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया और अनुमानित धोखाधड़ी ₹425 करोड़ बताई गई। सोचिए, कैसे एक कंपनी ने लाखों लोगों को फंसाया।

इन रिव्यूज़ से एक साफ़ पैटर्न सामने आता है। दोनों मामलों में यूज़र्स को बिज़नेस के बारे में गलत जानकारी दी गई, कमाई के झूठे वादे किए गए और कहा गया कि पैसा पूरी तरह रिफंड हो जाएगा।
असली नेटवर्क मार्केटिंग मॉडल के बारे में उन्हें रिफंड अवधि खत्म होने के बाद बताया गया। ऐसे वादे और बातें साफ़ तौर पर ग़लत जानकारी और भ्रामक तरीके से लोगों को जोड़ने की ओर इशारा करती हैं।
यह उदाहरण दिखाता है कि पैसा लगाने से पहले बिज़नेस मॉडल और रिफंड शर्तों की अच्छी तरह जांच करना कितना ज़रूरी है।
2. SpeakAsia Online Ltd.
SpeakAsia का मॉडल भी पिरामिड स्कीम जैसा था।
यह ऑनलाइन सर्वे और मेंबरशिप के नाम पर लोगों को जोड़ती थी और उच्च रिटर्न का वादा करती थी। लेकिन वास्तविक कमाई केवल नए सदस्यों के जोड़ने पर निर्भर थी।

ये स्क्रीनशॉट Hindustan Times के ऑफिसियल पेज से ली गयी है।
और ये ामे पता चलता है की, कंपनी ने निवेशकों से सालाना राशि जमा करने और सर्वे भरने का वादा किया, साथ ही नए लोगों को जोड़ने पर बोनस देने का लालच दिया।
वास्तविक कमाई किसी प्रोडक्ट या सेवा से नहीं, बल्कि नए निवेशकों से आने वाले पैसों पर निर्भर थी।
इस वजह से यह वैध नेटवर्क मार्केटिंग नहीं, बल्कि नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर चल रही एक धोखाधड़ी थी। अनुमानित 2.4 मिलियन (24 लाख) भारतीय निवेशक इस स्कीम में फँसे और अपनी बचतें खो दीं। 2013 में प्रमुख आरोपी गिरफ्तार हुए और 5,000 पेज की चार्जशीट दायर की गई।
SpeakAsia का यह केस स्पष्ट करता है कि दिखावटी कमाई और “जल्दी अमीर बनो” जैसे वादों के पीछे अक्सर बड़ा धोखा छुपा होता है।
3. Rose Valley Scam
Rose Valley Group एक बड़ा चिट‑फंड और नेटवर्क मार्केटिंग फ्रॉड था, जो कई सालों तक भारत में सक्रिय रहा।
Rose Valley Group ने शुरुआत में निवेशकों को बड़े वादों के साथ आकर्षित किया; जैसे जमीन के प्लॉट, होटलों में टाइम‑शेयर और ऊँचे रिटर्न का भरोसा। लेकिन असल में यह सब दिखावा था।

ये स्क्रीनशॉट Times of India के ऑफिसियल पेज से लिए गया है, जिस से ये पता चलता है की , कंपनी ने अपने पास जमा हुए पैसे का अधिकांश हिस्सा नए निवेशकों से लिया और पुराने निवेशकों को उनका रिटर्न उसी से दिया।
यानी असली कमाई किसी प्रोडक्ट या सेवा से नहीं, बल्कि नए लोगों को जोड़ने पर निर्भर थी।
जांच में सामने आया कि Rose Valley ने देश भर से लगभग ₹17,520 करोड़ जमा किए थे। इस घोटाले में 7.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए। सरकार और Enforcement Directorate ने अब तक प्रभावित निवेशकों को मदद के लिए ₹515 करोड़ का रिटर्न फंड जारी किया, लेकिन अधिकांश राशि अभी भी वसूली के इंतजार में है।
Rose Valley स्कैम स्पष्ट करता है कि नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर कैसे Ponzi स्कीम लोगों की मेहनत की कमाई को हड़प सकती है।
यह केस निवेशकों के लिए एक चेतावनी है कि किसी भी निवेश से पहले बिज़नेस मॉडल और रिटर्न की असलियत की अच्छी तरह जांच करनी चाहिए।
Network Marketing Frauds कैसे पेहचाने?
कभी आपने सोचा है कि कुछ नेटवर्क मार्केटिंग स्कीम्स शुरुआत में इतनी भरोसेमंद क्यों लगती हैं?
कई बार ये स्कीम्स उतनी आकर्षक दिखती हैं कि लोग बिना सोचे जुड़ जाते हैं।
लेकिन कुछ आसान संकेत हैं, जिनसे आप समझ सकते हैं कि कहीं आप किसी स्कैम का हिस्सा तो नहीं बनने वाले।
- मेहेंगी जॉइनिंग फीस या किट चार्ज: अगर कंपनी शुरुआत में ही आपसे बड़ी रकम मांग रही है, तो सावधान हो जाइए।
- कोई असली प्रोडक्ट नहीं या बेकार प्रोडक्ट : कई स्कैम्स प्रोडक्ट दिखाते हैं, लेकिन वो या तो बहुत महंगे होते हैं या असली काम के नहीं।
- कमाई सिर्फ नए लोगों को जोड़ने से: अगर पैसा प्रोडक्ट बेचने से नहीं, बल्कि नए लोगों को जोड़ने से आता है, तो यह साफ़ संकेत है।
- असली होने से परे रिटर्न्स: “हर महीने डबल पैसा” या “गारंटीड मुनाफा” जैसी बातें हमेशा संदिग्ध होती हैं।
- कानूनी रजिस्ट्रेशन का अभाव: कंपनी MCA या डायरेक्ट सेलिंग गाइडलाइन के तहत रजिस्टर्ड नहीं है, तो सतर्क रहें।
- प्रेशर या टाइम लिमिट: “ऑफर आज ही खत्म हो रहा है” जैसी बातें अक्सर स्कैम में देखने को मिलती हैं।
अगर इनमें से दो या अधिक संकेत आपको दिखें, तो समझ जाइए कि आप नेटवर्क मार्केटिंग स्कैम के जाल में फँस सकते हैं।
Network Marketing Scam की शिकायत कैसे करे?
अगर आपने किसी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में पैसा लगाया है और अब शक हो रहा है कि यह फ्रॉड हो सकता है,
तो नीचे दिए गए स्टेप्स आपको सही कार्रवाई करने में मदद करेंगे।
1. सबूत इकट्ठा करें
- पेमेंट रिसीट, बैंक ट्रांजैक्शन, और ईमेल रिकॉर्ड संभालकर रखें।
- कंपनी से हुई सारी बातचीत के स्क्रीनशॉट या वॉयस रिकॉर्डिंग सेव करें।
- वेबसाइट या ऐप का लिंक नोट करें ताकि जांच के दौरान उसका इस्तेमाल हो सके।
2. साइबर क्राइम की शिकायत दर्ज करें
- अगर स्कैम ऑनलाइन हुआ है (वेबसाइट, ऐप या सोशल मीडिया के ज़रिए), तो Cybercrime के ऑनलाइन portal में शिकायत दर्ज करें।
3. नज़दीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएँ
- अगर नुकसान बहुत ज़्यादा है या कंपनी गायब हो गई है, तो नजदीकी थाने में FIR दर्ज करें।
- FIR की कॉपी अपने पास रखें ताकि आगे की कार्रवाई में उसका इस्तेमाल किया जा सके।
हमारी सहायता लें
अगर आप किसी नेटवर्क मार्केटिंग फ्रॉड के शिकार हैं या किसी स्कीम पर शक है, तो देर न करें।
यहाँ रजिस्टर करें और हम आपकी शिकायत दर्ज कराने और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू करने में आपकी सहायता करेंगे ।
निष्कर्ष
भारत में नेटवर्क मार्केटिंग के नाम पर कई फर्जी कंपनियाँ काम कर रही हैं जो लोगों को ऊँचे मुनाफे और त्वरित सफलता के झांसे में फँसाती हैं।
असली नेटवर्क मार्केटिंग में कमाई मेहनत और बिक्री पर निर्भर करती है, जबकि फ्रॉड स्कीम्स सिर्फ नए लोगों को जोड़ने और पैसा घुमाने पर आधारित होती हैं।
ऐसे स्कैम से बचने के लिए कंपनी का रजिस्ट्रेशन, प्रोडक्ट की वैधता और बिज़नेस मॉडल की पारदर्शिता जरूर जांचें।
किसी भी आकर्षक ऑफर या अमीरी के वादे पर भरोसा करने से पहले ठोस रिसर्च करें,क्योंकि जागरूकता ही धोखाधड़ी से बचाव का सबसे मजबूत हथियार है।





