सोचिए, आपके फोन पर अचानक एक मैसेज आता है – “आपका बैंक अकाउंट ब्लॉक हो गया है, तुरंत इस लिंक पर क्लिक करें।” या फिर किसी अनजान नंबर से कॉल आती है और वो आपके कार्ड की डिटेल्स मांगते हैं। अगले ही पल आपके अकाउंट से पैसे गायब!
ऐसे हालात में ज़्यादातर लोग घबरा जाते हैं और सोचते हैं कि अब कुछ नहीं किया जा सकता। लेकिन ऐसा नहीं है। अगर आप सही वक्त पर सही कदम उठाते हैं और जानते हैं कि शिकायत कहां करनी है, तो आप न सिर्फ अपने पैसों को रिकवर कर सकते हैं बल्कि फ्रॉडस्टर को पकड़वाने में भी मदद कर सकते हैं।
इस ब्लॉग में हम आपको सरकारी हेल्पलाइन, साइबर क्राइम पोर्टल और बैंकिंग फ्रॉड के लिए जरूरी शिकायत प्लेटफॉर्म्स के बारे में बताएंगे – ताकि अगली बार अगर ऐसी कोई मुसीबत आए, तो आप पूरी तरह तैयार रहें।
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत क्यों ज़रूरी है?
बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर ऑनलाइन फ्रॉड हो गया, तो शिकायत करने का कोई फायदा नहीं। वो या तो चुप हो जाते हैं या फ्रॉड को अपनी किस्मत मानकर भूल जाते हैं। लेकिन सच ये है कि शिकायत करना न सिर्फ आपके लिए, बल्कि बाकी लोगों के लिए भी ज़रूरी है।
पैसे वापस पाने का मौका: अगर आप समय पर शिकायत करते हैं तो बैंक और साइबर सेल फ्रॉड ट्रांजैक्शन को ब्लॉक कर सकते हैं। शुरुआती 24 घंटे सबसे अहम होते हैं।
फ्रॉडस्टर को पकड़वाना आसान होता है: जितनी जल्दी आप रिपोर्ट करेंगे, उतनी जल्दी पुलिस और साइबर क्राइम टीमें फ्रॉड करने वाले का पता लगा सकती हैं।
दूसरों को बचाने में मदद: आपकी एक रिपोर्ट सिस्टम को अलर्ट करती है कि इस तरह का फ्रॉड चल रहा है, जिससे बाकी लोग भी सतर्क हो जाते हैं।
तो अगली बार अगर आपके साथ कुछ गलत हो, तो चुप मत रहिए। एक्शन लीजिए और शिकायत दर्ज कराइए।
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत कहां करें?
अगर आपके पैसे धोखे से निकाल लिए गए हैं या कोई आपको बार-बार फेक कॉल और मैसेज भेज रहा है, तो सबसे बड़ा सवाल यही होता है – “अब शिकायत कहां करें?”
अच्छी खबर ये है कि भारत सरकार ने ऐसे मामलों के लिए कई पोर्टल और हेल्पलाइन शुरू की हैं, जहां आप आसानी से शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
1. 1930 साइबर हेल्पलाइन
यह हेल्पलाइन उन लोगों के लिए है जिनके पैसे ऑनलाइन फ्रॉड में फंस गए हैं। जैसे ही आप कॉल करते हैं, ये सिस्टम आपके बैंक को अलर्ट करता है ताकि ट्रांजैक्शन को रोका जा सके। अगर आप शुरुआती 2-3 घंटे में कॉल कर लेते हैं तो पैसे रुकवाने के चांस काफी बढ़ जाते हैं।
2. cybercrime.gov.in पोर्टल
यह भारत सरकार का ऑफिशियल पोर्टल है जहां आप UPI फ्रॉड, सोशल मीडिया स्कैम या किसी भी तरह के डिजिटल फ्रॉड की शिकायत कर सकते हैं। यहां शिकायत करना आसान है – बस अपनी डिटेल्स भरें, डॉक्यूमेंट अपलोड करें और सबमिट पर क्लिक करें। आपको एक tracking ID मिलेगी जिससे आप देख सकते हैं कि कार्रवाई कहां तक पहुंची।
3. पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाना
अगर मामला बड़ा है और आपको लगता है कि जल्दी एक्शन लेना जरूरी है, तो अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर FIR दर्ज करवाना भी एक अच्छा ऑप्शन है। अब साइबर फ्रॉड के केस में पुलिस ऑनलाइन पोर्टल्स से भी जुड़े हुए हैं।
4. अपने बैंक से तुरंत संपर्क करें
अगर आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकाले गए हैं, तो तुरंत बैंक के कस्टमर केयर पर कॉल करें और ट्रांजैक्शन को रोकने या रिवर्स करने के लिए रिक्वेस्ट करें। साथ ही अपना कार्ड या UPI ID ब्लॉक करवा दें ताकि और नुकसान न हो।
बैंक फ्रॉड की शिकायत कैसे करें?
मान लीजिए आपके बैंक अकाउंट से अचानक पैसे कट गए या आपके कार्ड से कोई अंजान ट्रांजैक्शन हो गया। ऐसे में सबसे पहली चीज जो आपको करनी चाहिए – घबराने की बजाय तुरंत एक्शन लेना।
1. बैंक के कस्टमर केयर पर तुरंत कॉल करें
जैसे ही आपको लगे कि आपके अकाउंट में गड़बड़ हो गई है, तुरंत अपने बैंक की कस्टमर हेल्पलाइन पर कॉल करके कार्ड और नेटबैंकिंग को ब्लॉक करवा दें। इसके अलावा उनसे कहें कि ट्रांजैक्शन पर रोक लगाएं।
2. SMS और ईमेल अलर्ट चेक करें
अपने अकाउंट से जुड़े सभी SMS और ईमेल अलर्ट को चेक करें। इससे आपको पता चलेगा कि ट्रांजैक्शन कहां और कैसे हुआ है। अगर आपने खुद ट्रांजैक्शन नहीं किया, तो बैंक को इसकी जानकारी दें।
3. 1930 साइबर हेल्पलाइन पर भी रिपोर्ट करें
बैंक को कॉल करने के बाद, 1930 साइबर हेल्पलाइन पर भी कॉल करें। इससे बैंक और पेमेंट गेटवे को अलर्ट मिलेगा और पैसे होल्ड करने का चांस बढ़ जाएगा।
4. लिखित शिकायत करें
बैंक में जाकर एक लिखित शिकायत दर्ज कराएं और उसकी रिसीविंग कॉपी अपने पास रखें। इससे आपके पास सबूत रहेगा कि आपने समय पर बैंक को सूचना दी थी।
5. RBI Ombudsman में शिकायत
अगर बैंक आपकी शिकायत पर 30 दिनों के अंदर कोई एक्शन नहीं लेता, तो आप RBI के Ombudsman पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
शेयर मार्केट और ट्रेडिंग फ्रॉड के लिए शिकायत कहां करें?
कई बार लोग शेयर मार्केट या ट्रेडिंग ऐप्स पर इनवेस्ट करते हैं और उन्हें बड़े रिटर्न का लालच देकर ठग लिया जाता है। फेक ब्रोकर, गलत ट्रेडिंग कॉल्स या स्कैम वेबसाइट्स आपके पैसे डुबा सकती हैं। अगर आपके साथ ऐसा हुआ है तो यहां शिकायत करना बहुत जरूरी है।
1. SEBI SCORES पोर्टल पर शिकायत करें
अगर आपने किसी रजिस्टर्ड ब्रोकर या एडवाइजर के जरिए इनवेस्ट किया और उन्होंने फ्रॉड किया है, तो SEBI का SCORES पोर्टल आपके लिए सबसे सही जगह है। यहां आप अपनी शिकायत ऑनलाइन दर्ज कर सकते हैं और उसे ट्रैक भी कर सकते हैं।
2. NSE और BSE Grievance पोर्टल
अगर मामला ट्रेडिंग से जुड़ा है, तो NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) या BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) के शिकायत पोर्टल पर रिपोर्ट करें। ये पोर्टल आपकी शिकायत को सीधे ब्रोकर तक पहुंचाते हैं और सॉल्यूशन ढूंढने में मदद करते हैं।
3. रजिस्टर्ड एडवाइजर्स के खिलाफ कार्रवाई
अगर Registered Investment Advisor (RIA) या Research Analyst (RA) ने आपको गलत कॉल देकर पैसे डुबा दिए हैं, तो SEBI SCORES और एक्सचेंज पोर्टल दोनों पर शिकायत दर्ज करें।
4. अगर ब्रोकर जवाब न दे तो क्या करें?
अगर आपका ब्रोकर या प्लेटफॉर्म शिकायत पर एक्शन नहीं लेता, तो SEBI या एक्सचेंज में Escalation कर सकते हैं।
UPI फ्रॉड और ऑनलाइन पेमेंट स्कैम की शिकायत कहां करें?
आजकल ज्यादातर लोग UPI, फोनपे, गूगल पे या पेटीएम जैसे ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई बार लिंक शेयर करने, QR कोड स्कैन करने या फेक कॉल्स के जरिए ठग आपके अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं। अगर ऐसा कुछ आपके साथ हो जाए तो तुरंत एक्शन लेना जरूरी है।
1. 1930 साइबर हेल्पलाइन पर कॉल करें
पहला कदम – 1930 हेल्पलाइन पर तुरंत कॉल करें। यह हेल्पलाइन आपके बैंक और पेमेंट गेटवे को अलर्ट भेजती है ताकि पैसे होल्ड किए जा सकें। शुरुआती 2-3 घंटे में कॉल करने से रिकवरी का चांस काफी बढ़ जाता है।
2. cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
साइबर क्राइम पोर्टल पर जाकर पूरी जानकारी के साथ ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें। यहां आप UPI फ्रॉड, फेक ऐप्स या कार्ड स्कैम के केस को सीधे पुलिस तक पहुंचा सकते हैं।
3. NPCI UPI हेल्पडेस्क से संपर्क करें
अगर UPI ट्रांजैक्शन में गड़बड़ हुई है, तो NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) की UPI हेल्पडेस्क पर शिकायत दर्ज करें। वे पेमेंट ऐप और बैंक के बीच कोऑर्डिनेट कर आपके केस को सुलझाने की कोशिश करते हैं।
4. बैंक को तुरंत सूचित करें
आपके बैंक को भी जानकारी दें ताकि वो आपके अकाउंट को और नुकसान से बचा सकें।
फेक जॉब ऑफर और ऑनलाइन टास्क स्कैम की शिकायत कहां करें?
आपने भी कभी ऐसे जॉब ऑफर देखे होंगे – “घर बैठे काम करें और हर दिन 5,000 रुपये कमाएं” या “सिर्फ ₹1,000 जमा करके नौकरी पक्की करें।” ऐसे स्कैम में लोग पहले पैसे मांगते हैं और बाद में गायब हो जाते हैं।
अगर आपके साथ ऐसा धोखा हो गया है, तो घबराइए नहीं। यहां शिकायत करके आप एक्शन ले सकते हैं।
1. cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें
फेक जॉब ऑफर या प्रीपेड टास्क स्कैम के मामले सीधे साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें। वहां अपनी डिटेल्स और सबूत (जैसे WhatsApp चैट, पेमेंट स्क्रीनशॉट) अपलोड करें।
2. पुलिस स्टेशन में शिकायत करें
अगर स्कैम में बड़ी रकम डूबी है, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर FIR दर्ज करवाएं। आजकल साइबर क्राइम डेस्क भी पुलिस थानों में मौजूद है।
3. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रिपोर्ट करें
अगर जॉब स्कैम WhatsApp, Telegram या Instagram जैसे प्लेटफॉर्म पर हुआ है, तो वहां भी स्कैम अकाउंट को रिपोर्ट करें। इससे दूसरे लोग बच सकेंगे।
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत के लिए भारत सरकार के टूल्स और हेल्पलाइन
भारत सरकार ने ऑनलाइन धोखाधड़ी से निपटने के लिए कुछ शानदार टूल्स और हेल्पलाइन बनाई हैं। अगर आपके साथ स्कैम हुआ है, तो इनका सही इस्तेमाल करके आप अपने पैसे बचा सकते हैं या फ्रॉडस्टर के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।
1. DigiKavach
DigiKavach एक नया प्लेटफॉर्म है जिसे सरकार ने लॉन्च किया है ताकि डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सके। यहां आप रियल-टाइम अलर्ट पा सकते हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत रिपोर्ट कर सकते हैं।
2. NPCI UPI हेल्पलाइन
अगर फ्रॉड UPI या डिजिटल पेमेंट से जुड़ा है, तो NPCI (National Payments Corporation of India) की UPI हेल्पलाइन पर संपर्क करें। यह टीम आपके बैंक और ऐप के बीच कोऑर्डिनेट कर मामले को जल्दी सुलझाने की कोशिश करती है।
3. RBI कंज्यूमर अलर्ट्स
RBI समय-समय पर ऐसे फ्रॉड के बारे में अलर्ट जारी करता है और बताता है कि कैसे बचा जा सकता है। अगर आपका केस बैंक या फाइनेंशियल फ्रॉड से जुड़ा है, तो RBI Ombudsman पोर्टल पर शिकायत दर्ज करना भी एक अच्छा तरीका है।
4. 1930 साइबर हेल्पलाइन और cybercrime.gov.in
ये दोनों सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले टूल्स हैं। किसी भी तरह का डिजिटल फ्रॉड हो, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करें।
SEBI SCORES और NSE/BSE पोर्टल्स पर शेयर मार्केट फ्रॉड की शिकायत कैसे करें?
अगर आप शेयर मार्केट में इनवेस्ट करते हैं और किसी ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की वजह से नुकसान झेलना पड़ा है, तो ये मामला सीधे SEBI और स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ा है। अच्छी बात यह है कि ऐसे फ्रॉड के लिए भारत में पहले से ही मजबूत शिकायत तंत्र मौजूद है।
1. SEBI SCORES पोर्टल पर शिकायत करें
SCORES (SEBI Complaints Redress System) पोर्टल शेयर बाजार से जुड़ी शिकायतों के लिए है। यहां आप ऑनलाइन लॉगिन करके अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। साथ ही, यह प्लेटफॉर्म आपको केस स्टेटस भी दिखाता है ताकि आप जान सकें कि कार्रवाई कहां तक पहुंची है।
2. NSE और BSE Grievance पोर्टल्स पर रिपोर्ट करें
अगर मामला किसी ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ है, तो आप NSE (National Stock Exchange) या BSE (Bombay Stock Exchange) के Grievance पोर्टल्स पर शिकायत कर सकते हैं। ये पोर्टल आपके केस को ब्रोकर तक पहुंचाते हैं और जल्दी समाधान दिलाने की कोशिश करते हैं।
3. Registered Advisors के खिलाफ कार्रवाई
अगर किसी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर (RIA) या रिसर्च एनालिस्ट (RA) ने आपको गुमराह किया है, तो SEBI और स्टॉक एक्सचेंज दोनों जगह शिकायत दर्ज करना जरूरी है।
4. Escalation का विकल्प
अगर ब्रोकर या प्लेटफॉर्म जवाब नहीं दे रहा, तो आप SEBI में Escalation कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से मामला सीधा नियामक के पास पहुंचता है।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए ज़रूरी टिप्स
कहते हैं ना – “सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।” डिजिटल दुनिया में भी यही नियम लागू होता है। अगर आप थोड़ी सी सतर्कता बरतें, तो ऐसे ज्यादातर ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
1. अंजान लिंक और कॉल से बचें
कोई भी SMS, ईमेल या WhatsApp लिंक जो आपको पैसे या ऑफर का लालच दे रहा है – उसे कभी क्लिक ना करें। बैंक और सरकारी संस्थान कभी भी ऐसे लिंक के जरिए जानकारी नहीं मांगते।
2. मजबूत पासवर्ड और 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन लगाएं
अपने बैंकिंग और पेमेंट ऐप्स में हमेशा स्ट्रॉन्ग पासवर्ड रखें और 2FA (2-Factor Authentication) चालू करें। इससे आपका अकाउंट ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
3. सोशल मीडिया पर जानकारी शेयर करने से बचें
अपने बैंक डिटेल्स, OTP या कार्ड नंबर सोशल मीडिया या किसी अंजान व्यक्ति के साथ शेयर ना करें।
4. हमेशा ऑफिशियल ऐप्स और वेबसाइट का इस्तेमाल करें
पेमेंट करने या इनवेस्ट करने के लिए सिर्फ ऑफिशियल ऐप्स और वेरिफाइड वेबसाइट्स का ही इस्तेमाल करें।
5. फ्रॉड अलर्ट्स पर नजर रखें
RBI, NPCI और साइबर पुलिस समय-समय पर फ्रॉड के तरीकों को लेकर अलर्ट जारी करते हैं। इन पर नजर रखना आपकी सुरक्षा को बढ़ा सकता है।
शिकायत दर्ज करने में मदद चाहिए?
अगर आपके साथ किसी भी तरह का ऑनलाइन फ्रॉड हुआ है और आपको उसे सही तरीके से डॉक्युमेंट करने या ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने में मदद चाहिए — तो हम आपकी मदद कर सकते हैं।
हम उन लोगों के साथ काम करते हैं जो साइबर फ्रॉड का शिकार हुए हैं या फिर स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर्स हैं, जिन्होंने असली नुकसान झेला है और अब वे Cyber Crime, Broker, SEBI, NSE या Smart ODR के जरिए शिकायत दर्ज करना चाहते हैं।