आजकल हर कोई चाहता है कि उसका पैसा सही जगह निवेश हो और सुरक्षित तरीके से बढ़े। इसी भरोसे में लोग Investment Advisors की सलाह लेते हैं। लेकिन सोचिए, अगर यही advisor आपको गलत दिशा में ले जाए? गलत स्कीम सुझा दे, फालतू commission वसूल ले या किसी फर्जी योजना में पैसा डलवा दे तो? नतीजा, आपका पैसा डूब सकता है और नुकसान सिर्फ आपका होगा। ऐसे में जाने कि investment advisor ki shikayat kaise kare और किस तरह अपने नुकसान कि रिकवरी पाए।
अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने निवेशकों के लिए एक मज़बूत शिकायत प्रणाली बनाई है, जिससे आप न सिर्फ अपना नुकसान रोक सकते हैं बल्कि ऐसे advisors पर कार्रवाई भी करवा सकते हैं।
इस ब्लॉग में हम step-by-step बताएंगे:
- शिकायत क्यों करनी ज़रूरी है
- कहाँ और कैसे शिकायत करें
- शिकायत करने के बाद क्या होता है
- किन गलतियों से बचें
- और भविष्य में सही advisor कैसे चुनें
Investment Advisor की शिकायत क्यों करें?
कई लोग सोचते हैं, “छोड़ो, अब तो पैसा चला गया…” लेकिन शिकायत दर्ज करना सिर्फ आपके पैसे के लिए नहीं, बल्कि पूरे investor community की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है।
- नुकसान की भरपाई संभव है
SEBI कई बार ऐसे मामलों में advisor को निवेशक का पैसा वापस करने का आदेश देता है। - गलत advisors पर कार्रवाई होती है
जो advisors नियम तोड़ते हैं या SEBI से registered नहीं हैं, उन पर सख्त एक्शन लिया जाता है। - भविष्य में सुरक्षित निवेश
शिकायत करने से साफ होता है कि कौन advisor भरोसेमंद है और कौन नहीं, जिससे अगली बार आप सही चुनाव कर सकें।
Registered Investment Advisor की शिकायत कहाँ और कैसे करें?
इंडियन स्टॉक मार्केट में रजिस्टर्ड कंपनी, ब्रोकर, और एडवाइजर की शिकायत करने हेतु सेबी ने SCORES पोर्टल प्रदान किया गया है, साथ ही में SMART ODR जैसे प्लेटफार्म जहाँ आप अपनी शिकायत को एस्केलेट कर सकते है।
आइये जानते है कि इन दो प्लेटफार्म पर आप किस प्रकार शिकायत कर अपने खोये हुए पैसे वापिस पा सकते है।
1. SEBI SCORES पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत करें
SEBI का SCORES (SEBI Complaints Redress System) पोर्टल निवेशकों के लिए सबसे आसान और तेज़ प्लेटफ़ॉर्म है। यहां से आप घर बैठे complaint दर्ज कर सकते हैं।
कैसे करें शिकायत:
- SCORES पोर्टल पर जाए
- “Register Complaint” पर क्लिक करें और नया खाता (login ID और password) बनाएं।
- SCORES पोर्टल पर एडवाइजर का नाम ढूंढे और उसका चयन करें।
- Complaint form में अपने personal details, advisor का नाम, registration number (अगर हो) और transaction details भरें।
- सभी जरूरी सबूत (जैसे payment slips, WhatsApp/Email chats, contract copy आदि) upload करें।
- Complaint submit करने के बाद एक reference number मिलेगा। इस number से आप portal पर status track कर सकते हैं।
फायदे:
- Complaint सीधे SEBI तक पहुँचती है।
- Advisor को जवाब देने के लिए notice भेजा जाता है।
- SEBI progress update भी आपको मेल या portal पर देता है।
2. SEBI Arbitration Process अपनाएं
अगर आपकी शिकायत SCORES पोर्टल पर हल नहीं होती, तो अगला कदम arbitration है। Arbitration एक तरह की legal mediation process है जिसमें neutral arbitrator (तीसरा व्यक्ति) advisor और investor के बीच का विवाद सुलझाता है।
कैसे काम करता है Arbitration:
- Investor SMART ODR के जरिये arbitration के लिए आवेदन करता है।
- Advisor को SEBI के द्वारा notice भेजा जाता है।
- Arbitrator दोनों पक्षों की बातें सुनता है और सबूतों की जांच करता है।
- Arbitrator का फैसला binding होता है, यानी advisor को उसका पालन करना होता है।
Arbitration में क्या हो सकता है:
- Advisor को गलत तरीके से लिए गए पैसे वापस करने का आदेश मिल सकता है।
- अगर निवेशक का नुकसान advisor की वजह से हुआ है, तो उसकी भरपाई का निर्देश दिया जा सकता है।
- दोनों पक्षों के बीच future में साफ terms बनाने की सलाह दी जाती है।
शिकायत करने में मदद चाहिए?
अभी संपर्क करें और शिकायत को सही तरह से रजिस्टर करने और आगे एस्केलेट करने में मदद प्रदान करें। यदि आवश्यकता हुई, तो हमारी टीम आपके मामले को आर्बिट्रेशन में भी प्रस्तुत करेगी।
शिकायत करने के बाद क्या होता है?
- Complaint दर्ज करते ही आपको reference number मिल जाता है।
- SEBI सबसे पहले advisor को notice भेजता है और जवाब मांगता है।
- यदि advisor का जवाब संतोषजनक नहीं होता, तो जांच शुरू होती है।
- सामान्यतः 30–60 दिनों में कार्रवाई शुरू हो जाती है।
शिकायत करते समय इन गलतियों से बचें
- अधूरी या गलत जानकारी न दें।
- झूठी शिकायत न करें—इससे आपके खिलाफ भी एक्शन हो सकता है।
- Unregistered advisors से ज्यादा उम्मीद न रखें—SEBI की कार्रवाई उन पर सीमित हो सकती है।
Unregistered Investment Advisor की शिकायत कैसे करें?
अगर आपका advisor SEBI में registered नहीं है, तो उस पर SCORES पोर्टल से शिकायत दर्ज नहीं की जा सकती। तो ऐसे में sebi me complaint kaise kare?
इसके लिए नीचे दिए गए तरीको को अपनाये और सही समय पर एक्शन ले:
- SEBI को Email के जरिए शिकायत करें
– Advisor की पूरी details (नाम, मोबाइल नंबर, email, bank account details, screenshots आदि) के साथ आप complaint ईमेल के जरिये भेज सकते हैं।
– इससे SEBI unregistered entities को track करता है और आगे जांच या action ले सकता है। - Cyber Crime Cell में शिकायत करें
– अगर advisor ने online fraud किया है (telegram, WhatsApp, website, email आदि से), तो साइबर क्पराइम पर शिकायत दर्ज करें।
– सोच रहे कि cyber crime complaint kaise kare, उसके लिए सबसे पहले साइबर क्राइम पोर्टल पर रजिस्टर करें और फिर सभी सबूतों के साथ अपनी शिकायत को दर्ज करे।
– साथ ही, नज़दीकी cyber police station में भी रिपोर्ट कर सकते हैं। - Bank और Payment Gateway को सूचित करें
– अगर आपने advisor को UPI, net banking या किसी wallet से पैसे भेजे हैं, तो तुरंत अपनी bank/payment provider को fraud की सूचना दें।
– इससे कभी-कभी transaction trace या freeze किया जा सकता है।
ध्यान रखें:
- Unregistered advisors के साथ पैसा वापस मिलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन शिकायत दर्ज करना ज़रूरी है ताकि आगे दूसरों को बचाया जा सके।
- SEBI registered advisor के अलावा किसी से भी financial सलाह लेने से पहले हमेशा सतर्क रहें।
भविष्य में गलत Advisors से कैसे बचें
- Advisor का SEBI registration check करें।
- हमेशा written agreement पर ही काम करें।
- Free WhatsApp/Telegram tips से दूर रहें।
- Advisor की fee structure पहले ही clear कर लें।
निष्कर्ष
Investment Advisor से गलत सलाह या धोखा मिलने पर चुप बैठना सबसे बड़ी गलती है। SEBI ने निवेशकों की सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था बनाई है—बस ज़रूरत है कि आप जागरूक बनें और समय रहते शिकायत दर्ज करें।
याद रखें, आपकी शिकायत सिर्फ आपके लिए नहीं, बल्कि हजारों निवेशकों को भी सुरक्षित कर सकती है।