आज के समय में अगर Trading Scam के आंकड़ो की बात करें तो वह निरंतर बढ़ते ही जा रहे है। अब ज़ाहिर सी बात है कि इससे लोगो का काफी नुकसान भी होता है, लेकिन इन Scams में हो रहे नुक्सान के अलावा आये दिन ट्रेडर को और भी कई अन्य तरह के नुकसान झेलने पड़ते है।
इनमे से एक सबसे बड़ा कारण है ट्रेडिंग एप में बढ़ रहे Technical Glitches. अब अधिकतर समय एक ट्रेडर उस Glitch को भाप लेता है और सही समय पर उसकी रिपोर्ट सेबी को भी कर देता है जिससे उसको उसके नुकसान के भरपाई मिलने के अवसर बढ़ जाते है।
लेकिन कई बार एक अनुभवी ट्रेडर भी एप में हो रहे नुकसान की असली वजह नहीं जान पाता और अपने काफी पैसो का नुकसान कर बैठता है।
हालिं में हम एक ऐसे ही case से अवगत हुए जिसमे एक ट्रेडर, नवीन (नाम में बदलाव) कि एप में अपने आप ही कुछ ट्रेड हुए जिससे नवीन को काफी नुकसान हुआ।
कैसे Silent Trade से नवीन को रु 70,000 का नुकसान हुआ?
बात करने पर नवीन ने बताया कि वह एक वकील है और पिछले 6 महीने से एक जाने माने ब्रोकर कि सेवाएँ ले रहे है। वह उस एप का इस्तेमाल ऑप्शन में ट्रेड करने के लिए लिया करते लेकिन एक दिन वह पूरा दिन अपने एक case में उलझे हुए थे। इस कारण वह पूरा दिन अपनी एप में Login नहीं कर पाए।
शाम को जब उन्होंने अपनी ट्रेडिंग एप को खोला तो देखा किसी ने उनके अकाउंट में FinNifty की पोजीशन ओपन कि हुई है जिसकी वजह से वह रु 70,000 के नुकसान में थे।
ये देखने के बाद उन्होंने तुरंत अपने स्टॉक ब्रोकर को कॉल किया जिसपर ब्रोकर ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार ये ट्रेड उनके द्वारा ही ली गयी है।
लेकिन जब नवीन ने पूरा दिन अकाउंट में Login ही नहीं किया तो किस प्रकार वह पोजीशन ओपन कर सकते है।
अब इसके पीछे दो कारण हो सकते है, या तो :
- नवीन का अकाउंट Hack हो गया है और कोई उनके अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा है।
- ब्रोकर जिनके पास अपने क्लाइंट कि जानकारी होती है, और ब्रोकरेज कमाने के उद्देश्य से ये ट्रेड ली गयी हो।
हमने अपनी जानकारी के लिए नवीन से पूछा अगर उसने किसी और के साथ अपने अकाउंट की Login डिटेल साझा कर रखी हो?
लेकिन नवीन की जानकारी के अनुसार ऐसा उन्होंने नहीं किया हुआ था।
इस पर हमारी टीम ने बिना कोई देरी किये नवीन को इसका उपाय बताया और ब्रोकर को एक ईमेल करने को बोला। साथ ही ये सुझाव दिया कि अगर ब्रोकर कि तरफ से किसी भी तरह का कोई जवाब नहीं आता या अगर नवीन ब्रोकर के जवाब से संतुष्ट नहीं होता तो वह सेबी में इस मामले पर शिकायत दर्ज कर सकते है।
सेबी ऐसी स्थिति में ट्रेड लेने के समय से लेकर IP एड्रेस कि जानकारी लेता है जिससे ट्रेड लेने वाले कि जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
अगर ये ट्रेड ब्रोकर द्वारा ली गयी होगी तो वह पर ब्रोकर को नुकसान कि भरपाई करनी होगी। अगर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा अकाउंट को हैक किया गया होगा तो ऐसे में Cyber Crime में भी कंप्लेंट कि जा सकती है।
नवीन ने हमारा सुझाव मानते हुए बिना देरी के एक ईमेल ब्रोकर को भेजी।
अब ऐसी स्थिति से बचने के लिए आप क्या कर सकते है?
अब इस तरह के Scam जिसमे आपके ट्रेडिंग एप का उपयोग आपके बिना जानकारी के हो उसे Silent Trade कहा जाता है।
इस तरह के Scam से बचने के लिए आप निम्लिखित चरणों का पालन करें:
- अपने Login कि जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- एक सही और जाने-माने ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोले।
- अकाउंट खोलने से पहले NSE की वेबसाइट पर ब्रोकर के खिलाफ दर्ज शिकायतों कि जानकारी प्राप्त करें।
- चाहे आप निवेशक हो या ट्रेडर अपनी एप में रखे फण्ड और पोजीशन की दिन में एक समय ज़रूर जांच करें।
- किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट सेबी में तुरंत करें।